एक बहुत बड़ी और चौंकाने वाली खबर मंडी जिला से सामने आई है सूचना है की यहाँ जब नशे के आदि लड़के को चिट्टे के लिए घर से पैसे नहीं मिल रहे थे तो उसने अपनी माँ को किसी बीमारी की झूठी दवा बताकर चिट्टे का स्वाद चखा दिया – आपको हैरानगी ज़्यादा तब होगी की लड़के ने अपनी माँ को इसे घुटने के दर्द की दवा बताई और उसके बाद अपनी माँ को ही उस लड़के ने दवा समझकर चिट्टा खिला दिया – ये तो एक मामला हुआ लेकिन प्रदेश में अलग अलग मामलों में कुछ ने तो चिट्टा ख़रीदने के लिए अपने माँ के गहने तक बेच दिए और किसी ने अपनी भाभी को ? मैं नशा करता हूँ ये बात पता चलने पर माँ सम्मान भाभी को ही मौत के घाट उतार दिया ..
इस वक्त हिमाचल में हज़ारों युवा इस नशे के चपेट में आ गए हैं .. अब तो कई युवा गुप्तांग तक सिरिंज के माध्यम से चिट्टे के डोज़ ले रहे हैं ..
लड़के तो लड़के लड़कियां भी चिट्टा ले रही है – इस जहरीले नशे की लत ऐसी है एक बार जो इसमें पड़ गया समझो फिर वो एक दिन यमराज के पास जरूर जाएगा – ये माँ को चिट्टा खिलाने वाला सनसनीखेज मामला मंडी जिला के सलापड़ के तहत एक गांव से सामने आया है – यहां एक लड़के ने अपनी माँ को ही घुटने की दवा कहकर चिट्टा खिला दिया जिससे माँ को भी इसकी लत लग गई हालांकि बाद में उस माँ की बेटियों को इसका पता चला तो अब माँ और भाई दोनों को बेटियां इस नशे से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं
सलापड़ क्षेत्र की बात करें तो यहाँ एक साल के भीतर ही तीन युवा नशे से अपनी जान गंवा चुके है लेकिन नशा माफिया का ख़ौफ़ कहो या कुछ और कोई भी नशे के मामलों को लेकर कहने को तैयार नहीं होता – पुलिस चौकी तो इस क्षेत्र में है लेकिन नशेड़ियों को किसी का कोई ख़ौफ़ नहीं है . यहाँ पर कई आवासीय कॉलोनी ऐसी है जो अब नषेड़ियों का अड्डा बन चुकी है –
जानकारी के अनुसार एक पुल तो यहाँ सतलुज नदी पर ऐसा बना है जहाँ से नशे का धंधा चल रहा है और चैन के माध्यम से नशा एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में पहुंचाया जा रहा है – ये तो हमने आपको सलापड़ के आसपास के क्षेत्र की एक खबर बतायी है लेकिन प्रदेश के सभी जिलों में हाल यही है – पुलिस आरोपियों को तो पकड़ रही है लेकिन कुछ ही दिनों में चिट्टे के आरोपियों को जमानत भी मिल रही है जिससे नशेड़ियों के हौसले बुलंद है इन्हें किसी का ख़ौफ़ नहीं है – कई तो ऐसे आरोपी है जिन्हें कई बार पुलिस ने पकड़ लिया है लेकिन ये बार बार जमानत ले लेते हैं और ये फिर बाहर आ जाते हैं और फिर बाद में यही काम शुरू कर देते हैं –
एक और ग़ज़ब की बात आपको बताते हैं ये चिट्टे की सप्लाई और नशा करने वाले नए ग्राहकों को पहले मुफ्त डोज का फ्री ऑफर भी देते हैं ताकि पहले उन्हें एक बार इस नशे की लत लग जाये और उसके बाद वो ख़ुद पैसे से चिट्टा ख़रीदे ताकि इन गोरखधंधा करने वालों के ग्राहक बढ़ सकें
-अब अपने बच्चों को आप ख़ुद बचा सकते हैं तो बचा लीजिए वरना आरोपी पकड़े जा रहे हैं और फिर बेल पर बाहर भी निकल रहे हैं। वक्त आ गया है की चिट्टे और अन्य नशों के लिए अब सख्त से सख्त कानून बनें और आरोपियों को कोई बेल न मिलें ताकि परदेश के युवाओं को इस जहरीले नशे से बचाया जा सकें
लोगों को अब ख़ुद आगे आना होगा
पुलिस तो आरोपियों को पकड़ रही है लेकिन वो फिर से बेल लेकर बाहार निकल रहे हैं ऐसे लोगों का गांव और समाज से बहिष्कार करने का वक्त आ गया है ताकि ऐसे लोगों को सबक मिल सकें. आप चिट्टा माफियाओं की गुप्त सूचना देकर भी अपने समाज को इस जहरीले नशे से बचा सकतें हैं