उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में निलंबित IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश की संपत्तियों की विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह निर्णय तब लिया जब उनकी आय और संपत्तियों के बीच भारी असंगति पाई गई।
क्या है पूरा मामला?
- IAS अभिषेक प्रकाश पर सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे हैं।
- विजिलेंस जांच में उनकी संपत्तियों, बैंक खातों और वित्तीय लेन-देन की बारीकी से पड़ताल की जाएगी।
- सरकार को संदेह है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध संपत्ति अर्जित की है।
- प्रारंभिक जांच में उनकी घोषित संपत्तियों और वास्तविक संपत्तियों के बीच बड़ा अंतर पाया गया है।
सरकार की सख्त कार्रवाई
- हाल ही में सरकार ने अभिषेक प्रकाश को निलंबित किया था, अब विजिलेंस जांच के बाद उनके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
- यदि भ्रष्टाचार के आरोप साबित होते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई और जब्ती की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
- योगी सरकार इससे पहले भी कई भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई कर चुकी है, और इस मामले को भी गंभीरता से ले रही है।
आगे क्या होगा?
- विजिलेंस टीम जल्द ही उनके बैंक खातों, संपत्तियों और लेन-देन की जांच शुरू करेगी।
- रिपोर्ट के आधार पर सरकार कानूनी कार्रवाई का फैसला लेगी।
- यदि गड़बड़ियां साबित होती हैं, तो वे न केवल बर्खास्त किए जा सकते हैं बल्कि उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा भी दर्ज हो सकता है।
इस मामले में सरकार की सख्ती यह संकेत देती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने वाली। अब सभी की नजरें विजिलेंस जांच की रिपोर्ट पर टिकी हैं।