भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने वक्फ बिल का समर्थन करने के बाद उन्हें मिल रही धमकियों का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि वक्फ से संबंधित मामलों में पारदर्शिता और सुधार की आवश्यकता है, और इसी उद्देश्य से वह इस बिल के पक्ष में हैं। उन्होंने दो टूक कहा, “मैं डरने वाला नहीं हूं।”
क्या है मामला?
हाल ही में वक्फ से जुड़ी संपत्तियों और उनके प्रबंधन को लेकर एक नया बिल प्रस्तावित किया गया है। इस बिल का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना और उन अनियमितताओं को रोकना है जो लंबे समय से चर्चा में रही हैं। शाहनवाज हुसैन ने इस बिल का खुलकर समर्थन किया है।
हालांकि, उनके इस रुख के बाद कुछ कट्टरपंथी तत्वों द्वारा उन्हें धमकियां मिल रही हैं। लेकिन शाहनवाज हुसैन ने साफ तौर पर कहा है कि वह अपने सिद्धांतों से पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है कि “जो सही है, उसके लिए आवाज उठाना मेरा धर्म है।”
साफ नीयत, साफ संदेश
शाहनवाज हुसैन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह बिल किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे को जानबूझकर communal angle देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि यह कानून सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए है।
उन्होंने कहा, “मैं खुद वक्फ की संपत्ति से जुड़ी कई समस्याओं को देख चुका हूं। कई गरीब और असहाय लोगों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। अगर इस बिल से उनके हक की रक्षा होती है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए।”
धमकियों पर सख्त रुख
धमकियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि “मैं किसी के दबाव में आने वाला नहीं हूं। अगर कोई सोचता है कि मुझे धमकाकर पीछे हटाया जा सकता है, तो वह गलतफहमी में है। मैं कानून के दायरे में रहकर हर उस काम को करूंगा जो देश और समाज के हित में हो।”