हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की सनवाल पंचायत में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है। पंचायत में एक खच्चर के नाम पर 1.53 करोड़ रुपये की रेत और बजरी की ढुलाई का भुगतान किया गया। पुलिस ने पंचायत प्रधान और खच्चर मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
यह घोटाला तब सामने आया जब जांच में पाया गया कि खच्चर मालिक के बैंक खाते में भारी राशि जमा की गई थी, जिसे बाद में पंचायत प्रतिनिधियों और उनके रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर दिया गया। खच्चर मालिक बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी में आता है, और उसके पास केवल एक ही खच्चर है, जिससे इतनी बड़ी मात्रा में माल ढुलाई संभव नहीं थी।
चंबा के एसपी अभिषेक यादव ने मीडिया को बताया कि इस धांधली में ग्राम पंचायत प्रधान और खच्चर मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले भी इसी पंचायत में वर्ष 2022 में सेब खरीद मामले में डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का संदिग्ध लेनदेन सामने आया था, जिसमें पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों पर पैसे के गबन के आरोप लगे थे।
हिमाचल प्रदेश में लगातार ऐसे घोटाले उजागर हो रहे हैं। इससे पहले, शिमला के ठियोग में बाइक और कारों से पानी की सप्लाई के नाम पर 1 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जी पेमेंट की गई थी, जिसे लेकर विजिलेंस ने मामला दर्ज किया था। इसी तरह सिरमौर में भी एक पंचायत में बाइक से रेत-बजरी ढोने का फर्जीवाड़ा सामने आया था। आरटीआई के जरिए इन मामलों का खुलासा हुआ, जिससे पंचायतों में हो रहे घोटालों पर सवाल खड़े हो गए हैं।