नवरात्रि 2025: इफ्तार के जवाब में BJP की फलाहार पार्टी, जानें क्या है खास तैयारी

नवरात्रि 2025 के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक विशेष फलाहार पार्टी आयोजित करने की योजना बना रही है। इसे रमजान के दौरान होने वाली इफ्तार पार्टियों के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी का उद्देश्य नवरात्रि के दौरान व्रत रखने वाले लोगों के लिए एक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन करना है, जिससे वह अपनी परंपराओं को और अधिक मजबूती से स्थापित कर सके।

BJP के इस कदम को राजनीतिक रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है, क्योंकि यह पार्टी के धार्मिक और सांस्कृतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है। इस आयोजन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।

क्या होगी खास तैयारी?

BJP इस फलाहार पार्टी को भव्य और आकर्षक बनाने की योजना बना रही है। इसके तहत कई खास तैयारियां की जा रही हैं

विशेष फलाहार मेन्यू – व्रतधारियों के लिए खासतौर पर फल, मखाने, साबूदाना खिचड़ी, सिंघाड़े के आटे की पूड़ी, आलू की सब्जी, दही, शहद और दूध से बने व्यंजन परोसे जाएंगे।
भजन-कीर्तन और धार्मिक कार्यक्रम – आयोजन के दौरान भजन-कीर्तन और धार्मिक प्रवचन होंगे, जिससे आध्यात्मिक माहौल बना रहे।
वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति – इस आयोजन में BJP के कई बड़े नेता और पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
वृहद स्तर पर आयोजन – इसे सिर्फ एक पार्टी आयोजन न बनाकर, आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाएगा।

राजनीतिक मायने और रणनीति

BJP के इस आयोजन को सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में नहीं देखा जा रहा, बल्कि इसके पीछे राजनीतिक रणनीति भी मानी जा रही है।

🔹 धार्मिक जुड़ाव को मजबूत करना – पार्टी चाहती है कि हिंदू परंपराओं को बढ़ावा मिले और समाज में उनकी धार्मिक पहचान को मजबूती मिले।
🔹 चुनावी रणनीति का हिस्सा – आगामी चुनावों में पार्टी अपने कोर वोटबैंक को साधने और धार्मिक-सांस्कृतिक मुद्दों को मजबूती देने की रणनीति पर काम कर रही है।
🔹 इफ्तार के जवाब में फलाहार पार्टी – रमजान के दौरान विपक्षी दलों द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टियों के मुकाबले में BJP यह आयोजन कर रही है, ताकि हिंदू समुदाय के धार्मिक आयोजनों को भी उतना ही महत्व मिले।
🔹 समाज के बड़े वर्ग तक पहुंच बनाने की कोशिश – यह आयोजन सिर्फ पार्टी तक सीमित न रहकर आम जनता को भी इसमें जोड़ने की कोशिश होगी।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे आयोजन

इसके अलावा, NHPC इस परियोजना के अंतर्गत स्थानीय लोगों को रोजगार देने पर भी विचार कर रही है। इससे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और बेरोजगारी की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।

📌 BJP पहले भी कई बार इस तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन कर चुकी है।
📌 2019 और 2023 में भी कई राज्यों में नवरात्रि के दौरान फलाहार पार्टियों का आयोजन हुआ था, जिनमें पार्टी के शीर्ष नेता शामिल हुए थे।
📌 BJP की रणनीति रही है कि धार्मिक आयोजनों के जरिए जनता से सीधे जुड़ा जाए।
📌 संस्कृति और परंपरा को राजनीतिक रूप से इस्तेमाल करने की यह एक सोच-समझी रणनीति है।

निष्कर्ष

BJP का यह आयोजन नवरात्रि के धार्मिक महत्व को उजागर करने और समाज के एक बड़े वर्ग तक पहुंच बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। यह सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राजनीतिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का एक माध्यम भी है।

अब देखने वाली बात यह होगी कि जनता और राजनीतिक विरोधी इस पहल पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं और यह आगामी चुनावों में कितना प्रभाव डालता है।

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