चंबा। जिले के चुराह उपमंडल के कई गांवों में बीते 26 फरवरी से बिजली गुल है, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एक तरफ स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं, तो दूसरी तरफ बिजली आपूर्ति ठप होने से छात्र दीये की रोशनी में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
ग्राम पंचायत घुलेई और बैरागढ़ के कई गांव अंधेरे में डूबे हुए हैं, लेकिन बिजली बोर्ड अब तक समस्या का समाधान नहीं कर सका है। ग्रामीणों का कहना है कि 26 फरवरी को ट्रांसफार्मर जल गया था।
इसके बाद से बिजली पूरी तरह ठप है। बिजली बोर्ड को बार-बार सूचना देने के बावजूद अब तक ट्रांसफार्मर ठीक नहीं किया गया। धुलेई पंचायत के गलुआ गांव और बैरागढ़ पंचायत के हडिग्ल, दिलणी, हौस्वानी गांवों में करीब 600 लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन बिजली न होने के कारण विद्यार्थी रात में पढ़ाई नहीं कर पा रहे।
कई छात्र दिये और लालटेन की रोशनी में परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, जिससे उनकी आंखों पर भी असर पड़ रहा है। पंचायत प्रधान धर्म सिंह, ग्रामीण सोहन लाल, मोती लाल, राम चंद, देवी चंद, मान सिंह, देवराज, ध्यान सिंह, गणेश और हरि सिंह सहित अन्य लोगों ने बिजली बोर्ड की लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से बिजली बहाल करने की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उधर, बिजली बोर्ड के अधीक्षण अभियंता राजीव ठाकुर ने बताया की मामला ध्यान में है। बारिश के चलते ट्रांसफार्मर जल गया है। जल्द ही समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।