Shimla News: हिमाचल प्रदेश के शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में कैंसर मरीजों का इलाज किया जाता है. यहां से इलाज करवा रहे मरीज की इंजेक्शन ना मिलने से मौत हो गई, जिस पर अब सवाल उठाए जा रहे हैं. हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में इंजेक्शन ना मिलने पर कैंसर मरीज की मौत हो गई. शख्स की बेटी ने जहां सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई. वहीं, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने इस मामले में सुक्खू सरकार पर सवाल उठाए हैं. जयराम ठाकुर ने इस खबर को शेयर करते हुए सरकार पर हमला बोला.
दरअसल, तीन दिसंबर को कैंसर मरीज की मौत हो गई थी. हिम केयर योजना के तहत रजिस्टर्ड मरीज को शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में इंजेक्शन नहीं दिया गया. क्योंकि इसी पेमेंट को लेकर मुद्दा चल रहा है. बेटे ने शिकायत में बताया कि नवंबर महीने में वह अस्पताल गए और यहां पर इंजेक्शन नहीं दिया गया. जबकि हिम केयर में वह पंजीकृत थे. 50 हजार के इंजेक्शन के लिए कई बार चक्कर लगाए और फिर बाद में 3 दिसंबर को पिता की मौत हो गई. सीएम हेल्पलाइन से भी जवाब मिला है. युवती का कहना है कि यह शिकायत बीएमओ मशोबरा को भेजी गई, जबकि आईजीएमसी उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने भी इस मामले में कुछ कार्रवाई नहीं की.
पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने इस मसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह हत्या है, जिसकी जिम्मेदार व्यवस्था परिवर्तन की सरकार है. प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था का बेड़ागर्क हो गया है और जिम्मेदार लोग इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है. आए दिन मुख्यमंत्री या उनका कोई न कोई मंत्री किसी न किसी मंच पर बड़ी-बड़ी बातें कर देगा. व्यवस्था परिवर्तन, अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं जैसे जुमले फेंक कर अपने घर चला जाएगा और प्रदेश के लोग दवाओं से लेकर जांच और इलाज के लिए इसी तरह तड़पते रहेंगे. इसके बारे में मैं लगातार मुख्यमंत्री से निवेदन कर रहा हूं कि स्वास्थ्य व्यवस्था को इस तरह से लावारिस न छोड़ें. ऐसी परिस्थिति न आए इसके लिए मैंने मुख्यमंत्री से भी मामले में दखल देने का कई बार निवेदन किया.