हिमाचल प्रदेश एग्रो इंडस्ट्री कॉरपोरेशन गन्ने और संतरे के उत्पाद बनाएगा। कांगड़ा के कंदरोरी में स्थित 45.65 कनाल खाली भूमि का इसके लिए उपयोग होगा। एचपी एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड के निदेशक मंडल की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। इसे लेकर एग्रो इंडस्ट्ररी एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार करेगी। बैठक की अध्यक्षता बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने की। जगत सिंह नेगी ने अधिकारियों को एग्रो इंडस्ट्ररी के एचपीएमसी में विलय की प्रक्रिया को कॉरपोरेट मंत्रालय के साथ चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
एग्रो इंडस्ट्री के एचपीएमसी में विलय के बाद एग्रो इंडस्ट्री सेल का गठन करने का प्रस्ताव है। एग्रो इंडस्ट्ररी में 90 से अधिक नियमित और आउटसोर्स कर्मी सेवाएं दे रहे हैं। इन सभी कमिर्याें का एचपीएमसी में विलय होगा। विलय के बाद भी एग्रो इंडस्ट्ररी निरंतर अपना काम करती रहेगी। एग्रो इंडस्ट्ररी पशु चारा बनाने के अलावा कृषि उपकरण, सीमेंट शीट उपलब्ध करवाने का काम करती है। बैठक के दौरान अवगत करवाया गया कि निगम ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 94.44 करोड़ रुपये का कारोबार किया।
वर्ष 2024-25 में 4.90 करोड़ रुपये का सकल लाभ और 1.64 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। बागवानी मंत्री ने इस उपलब्धि के लिए निगम के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। बागवानी मंत्री ने कॉरपोरेशन को पालमपुर, नालागढ़, धर्मपुर और ज्वालामुखी में स्थित पेट्रोल पंपों से लाभ कमाने के लिए उपयुक्त क्रियान्वयन के निर्देश दिए। नूरपुर में भी निगम का एक अन्य पेट्रोल पंप खुलने वाला है इसके लिए आईओसी के साथ एमओयू हो चुका है। बैठक में सचिव बागवानी सी. पालरासू, निदेशक कृषि कुमुद सिंह, प्रबंध निदेशक एग्रो इंडस्ट्ररी रीमा कश्यप सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।