दिल्ली में विधायकों की सैलरी बढ़ाने को लेकर एक नई मांग उठी है। इस संबंध में दिल्ली विधानसभा ने एक कमेटी का गठन किया है, जो वेतन वृद्धि के सभी पहलुओं पर विचार करेगी और अपनी सिफारिशें पेश करेगी।
क्या है मामला?
दिल्ली के विधायकों ने मौजूदा वेतन को अपर्याप्त बताते हुए वेतन वृद्धि की मांग की है। विधायकों का कहना है कि राजधानी में महंगाई बढ़ने के कारण उनकी मौजूदा सैलरी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इस मांग को ध्यान में रखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने एक विशेष कमेटी गठित करने की घोषणा की है, जो इस विषय पर विस्तृत अध्ययन करेगी।
कमेटी का काम और संभावित सिफारिशें
यह कमेटी विधायकों की सैलरी, भत्तों और अन्य वित्तीय लाभों की समीक्षा करेगी। इसके अलावा, देश के अन्य राज्यों के विधायकों की सैलरी का तुलनात्मक अध्ययन भी किया जाएगा ताकि उचित वेतन वृद्धि की सिफारिश की जा सके।
पहले भी उठ चुकी है मांग
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली के विधायकों ने वेतन वृद्धि की मांग की हो। इससे पहले भी विभिन्न मौकों पर विधायकों ने अपनी सैलरी बढ़ाने की आवश्यकता जताई थी। हालांकि, अंतिम फैसला सरकार और संबंधित प्राधिकरणों पर निर्भर करेगा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस मुद्दे पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आ सकती हैं, क्योंकि जनता के पैसे से मिलने वाले वेतन में वृद्धि को लेकर अक्सर बहस होती रही है। आम जनता और विपक्षी दल इस पर क्या रुख अपनाते हैं, यह देखने वाली बात होगी।
अब कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह तय होगा कि विधायकों की सैलरी बढ़ाने को मंजूरी मिलेगी या नहीं।