सूर्य ग्रहण के प्रभाव से कुछ राशियों के करियर और पारिवारिक जीवन में तनाव उत्पन्न हो सकता है। इन राशियों को इस समय सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं किन राशियों पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव ज्यादा पड़ेगा।
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को मीन राशि में लग रहा है और इस दिन शनि ग्रह भी मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। इस ग्रहण के दौरान मीन राशि में 5 ग्रहों का मिलन हो रहा है। इसके अलावा, सूर्य और शनि ग्रह तीन दशकों के बाद एक ही वर्ष में दो बार युति बना रहे हैं। पहली युति 12 फरवरी को कुंभ राशि में हुई थी और दूसरी युति 29 मार्च को मीन राशि में होगी।
सूर्य ग्रहण का असर कुछ राशियों पर विशेष रूप से पड़ सकता है, जिससे उनके जीवन में कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य ग्रहण के प्रभाव से कुछ राशियों के करियर और पारिवारिक जीवन में तनाव उत्पन्न हो सकता है। इन राशियों को इस समय सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं किन राशियों पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव ज्यादा पड़ेगा।
मेष राशि
सूर्य ग्रहण के दौरान मेष राशि के जातकों को आर्थिक समस्याओं का सामना हो सकता है। इस समय पैसों के लेन-देन में सतर्क रहना जरूरी है। किसी पर ज्यादा भरोसा करना और जोखिम उठाना नुकसानदायक हो सकता है। सेहत के मामले में भी यह समय थोड़ा कठिन हो सकता है
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान आर्थिक समस्याएं आ सकती हैं। खर्चों का बढ़ना और धन के निवेश में गलत फैसले लेने से परेशानियां हो सकती हैं। इस समय में ड्राइविंग के दौरान भी सतर्क रहना चाहिए।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्रहण के दौरान पारिवारिक जीवन में समस्याएं पैदा कर सकती है। इस दौरान जीवनसाथी के साथ संबंधों में गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। अगर आप विवाहित हैं, तो सावधानी से बात करें और रिश्तों में सामंजस्य बनाए रखें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान रिश्तों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। परिजनों के साथ बहस से बचें और निगेटिव सोच से दूर रहें। दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ सकता है, इसलिए ज्यादा सावधानी रखें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए यह समय थोड़ी मुश्किलें ला सकता है। पैसों के मामलों में धोखा होने का खतरा हो सकता है। खर्चों के कारण आर्थिक तनाव हो सकता है और कार्यक्षेत्र में स्थिति आपके पक्ष में नहीं हो सकती है। माता-पिता की सेहत को लेकर भी चिंता बढ़ सकती है।