56 लाख की ठगी: पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, भारी मात्रा में एटीएम, चेकबुक और सिम कार्ड बरामद

पुलिस ने 56 लाख रुपये की ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 24 एटीएम कार्ड, 21 चेकबुक और 14 सिम कार्ड बरामद किए हैं।

साइबर क्राइम पुलिस मंडी ने 56 लाख की ठगी के तीन मामलों में तीन अहम गिरफ्तारियां की है। यही नहीं, साइबर पुलिस को इस कार्रवाई के दौरान आरोपियों के कब्जे में से 24 एटीएम कार्ड, 21 चेकबुक, 14 सिमकार्ड, पांच आधार कार्ड और चार मोबाइल फोन भी मिले हैं, जिनसे ठगी के इस खेल में और कई अहम सबूत साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी की टीम के हाथ लगे हैं। साइबर क्राइम पुलिस ने यह गिरफ्तारियां चंडीगढ़, गाजियाबाद और बिहार से की हैं, जिसमें दो पुरुष आरोपियों के साथ ही एक महिला आरोपी भी शामिल है। सभी आरोपियों को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इन गिरफ्तारियों में पिछले साल सितंबर महींने में कुल्लू के एक व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट कर 36.50 लाख रुपए की ठगी का मामला भी शामिल है।

जानकारी के अनुसार साइबर क्राइम पुलिस ने तीन मामलों में जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन टीमों का गठन किया था। इनमें से एक टीम ने 5.48 लाख रुपए की ठगी के मामले में आरोपी अंकिता सिंह उर्फ गुडिय़ा कुमारी पत्नी पवन कुमार पांडे निवासी हाउस नंबर 57 सहकारी नगर अवंतिका प्रथम पुलिस स्टेशन कवि नगर जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पीडि़त को लोन दिलाने के नाम पर 5.48 लाख रुपए ठगे थे, जिसके बाद साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी में आठ अपै्रल, 2024 को मामला दर्ज किया था।

खरड़ से उठाया शातिर

दूसरे मामले में कुल्लू के एक व्यक्ति से डिजिटल अरेस्ट कर की गई 36.50 की ठगी के एक आरोपी को भी साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस की टीम ने मनीष चावला पुत्र सोहन लाल चावला निवासी फ्लेट नंबर 2130 आशीयाना एनक्लेव सेक्टर 48 चंडीगढ़ को खरड़ से गिरफ्तार किया गया है। इस ठगी में अभी तक दो लाख रुपए वापस भी दिला चुकी है। मंडी थाने में यह मामला 25 सितंबर , 2024 को दर्ज हुआ था।

रिश्तेदारों के नाम पर लिए पैसे

तीसरे मामले में पुलिस ने 14.45 लाख रुपये की ठगी के मामले में आसिफ इकबाल पुत्र नियाज़ अहमद निवासी गांव बगाही डा. रामनगर वेस्ट चंपारण बिहार से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पीडि़त से कनाडा से रिश्तेदार के नाम पर पैसे भेजने के नाम पर इस ठगी को अंजाम दिया था। साइबर क्राइम पुलिस एक लाख रुपए का रिफंड भी दिला चुकी है। यह मामला साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी में आठ दिसंबर 2022 को दर्ज किया गया था।

मुनाफे के लालच में न फंसे

एएसपी साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी मनमोहन सिंह ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। लोग केवल अधिकृत ट्रेडिंग ऐप्स और प्लेटफ ॉर्म का उपयोग करें। मुनाफे के लालच में न आएं और किसी भी तरह की डिजिटल गिरफ्तारी के मैसेज व फोनकॉल पर विश्वास न करें।

ठगी का तरीका

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक खाते खुलवाते थे और विभिन्न लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। ये लोग फर्जी कॉल्स, ऑनलाइन फ्रॉड और नकली निवेश योजनाओं के जरिए लोगों को अपनी जालसाजी में फंसाते थे।

क्या-क्या बरामद हुआ?

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों से भारी मात्रा में दस्तावेज और डिजिटल माध्यम बरामद किए, जिनमें शामिल हैं:
24 एटीएम कार्ड – विभिन्न बैंकों के खातों से जुड़े
21 चेकबुक – अलग-अलग नामों से जारी
14 सिम कार्ड – ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए

आगे की कार्रवाई

पुलिस अब आरोपियों के नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही है। साथ ही, उनके बैंक खातों की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ठगी की कुल रकम कहां और कैसे ट्रांसफर की गई।

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