दिल्ली पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो बेहद शातिर तरीके से सैकड़ों लोगों के बैंक खाते खाली कर चुका था। पुलिस की जांच में पता चला है कि ये ठग महज 300 रुपए में फर्जी सिम कार्ड खरीदकर ऑनलाइन ठगी को अंजाम देते थे। इस गिरोह ने अब तक 500 से अधिक लोगों के बैंक खातों से पैसे उड़ा लिए थे।
कैसे करते थे ठगी?
- फर्जी सिम का इस्तेमाल – गिरोह के सदस्य किसी भी व्यक्ति की पहचान का दुरुपयोग कर सिर्फ 300 रुपए में सिम कार्ड हासिल कर लेते थे।
- बैंकिंग फ्रॉड – इन फर्जी सिम कार्डों का उपयोग कर वे लोगों के बैंक खातों की जानकारी हासिल करते थे और ओटीपी प्राप्त कर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते थे।
- सोशल इंजीनियरिंग – गिरोह के सदस्य खुद को बैंक अधिकारी या सरकारी कर्मचारी बताकर लोगों को झांसे में लेते थे और उनसे संवेदनशील जानकारी हासिल कर लेते थे।
पुलिस ने ऐसे पकड़ा गिरोह
दिल्ली पुलिस की आउटर नॉर्थ जिला पुलिस को इस साइबर गिरोह के बारे में सुराग मिला, जिसके बाद एक विशेष टीम ने जांच शुरू की। कई महीनों की निगरानी और साइबर ट्रेसिंग के बाद आखिरकार पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया।
गिरफ्तारी और बरामदगी
- पुलिस ने इस गिरोह के मुख्य सरगना सहित कई सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
- इनके पास से कई फर्जी सिम कार्ड, मोबाइल फोन, लैपटॉप और ठगी में इस्तेमाल किए जाने वाले दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
- गिरोह के पास से उन बैंक खातों की सूची भी मिली है, जिनका वे शिकार बनाने की फिराक में थे।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपनी बैंकिंग और व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें, अज्ञात नंबरों से आने वाले कॉल और मैसेज से सावधान रहें, और यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें।
इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया है कि साइबर ठग लगातार नए तरीके अपनाकर लोगों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में डिजिटल लेन-देन करते समय सतर्क रहना ही सबसे बड़ा बचाव है।