Himachal News : हिमाचल में पहली अप्रैल से लागू होंगी टोल की नई दरें

हिमाचल प्रदेश में 1 अप्रैल से टोल प्लाजा पर नई दरें लागू होने जा रही हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के निर्देश पर हर साल की तरह इस बार भी टोल दरों में संशोधन किया जा रहा है। परिवहन विभाग ने कहा है कि यह बदलाव वाहनों की श्रेणी, टोल प्लाजा के स्थान और सड़क रखरखाव की लागत को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

आबकारी कराधान विभाग ने राज्य भर में तय टोल की नई दरों पर सुझाव मांगे हैं। हिमाचल में टोल की नई दरें पहली अप्रैल से लागू होंगी। विभाग ने आपत्ति और दावे दाखिल करने के लिए दस दिन की मोहलत दी है। इस बारे में आबकारी कराधान विभाग के प्रधान सचिव ने अधिसूचना जारी की है। राज्य सरकार ने टोल एक्ट 1975 के तहत जारी की गई अधिसूचना में भारी मालवाहक वाहन 250 क्विंटल तक 720 रुपए, 120 से 250 क्विंटल तक 570 रुपए, 90 से 120 क्विंटल तक 320 रुपए और 20 से 90 क्विंटल तक 170 रुपए टोल तय किया गया है।

जबकि छोटे मालवाहक वाहनों के लिए 20 क्विंटल तक 130 रुपए प्रति दिन टोल देना होगा। वहीं, 12 सवारियों के वाहन के लिए 180 रुपए, पैसेंजर वाहनों में छह से 12 सवारियों के लिए 110 रुपए, अन्य हल्के वाहनों के लिए 70 रुपए जबकि मोटर और स्कूटर रिक्शा के लिए 30 रुपए टैक्स तय किया गया है। उन्होंने बताया कि टोल शुल्क के संबंध में आने वाले आपत्ति और दावों पर विभाग विचार करेगा

🚧 कौन-कौन से वाहन होंगे प्रभावित?

नई दरों के तहत कार, जीप, वैन, बस, ट्रक, मल्टी-एक्सल वाहन और बड़े कमर्शियल वाहन सभी पर असर पड़ेगा। छोटे निजी वाहनों के लिए मामूली वृद्धि की संभावना है, जबकि बड़े और भारी वाहनों के लिए टोल शुल्क में अपेक्षाकृत अधिक बढ़ोतरी हो सकती है।

🛣️ क्यों बढ़ाए जाते हैं टोल दरें?

प्रत्येक वर्ष टोल दरों की समीक्षा की जाती है ताकि सड़क रखरखाव, मरम्मत और नए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए धन जुटाया जा सके। NHAI के अनुसार, टोल से प्राप्त राजस्व का उपयोग सड़क की गुणवत्ता सुधारने, सुरक्षा उपाय बढ़ाने और यातायात सुगमता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।

📍 किन मार्गों पर सबसे ज्यादा असर?

विशेषज्ञों का मानना है कि शिमला-कालका हाईवे, चंडीगढ़-मनाली मार्ग, पठानकोट-मंडी रोड और कांगड़ा-धर्मशाला हाईवे जैसे प्रमुख मार्गों पर यात्रा करने वालों को टोल बढ़ोतरी का सीधा असर झेलना पड़ सकता है।

🕵️ यात्रियों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों और रोजाना यात्रा करने वाले लोगों ने टोल दरों में वृद्धि पर चिंता जताई है। कई लोगों का कहना है कि बार-बार दरें बढ़ने से आम जनता की जेब पर बोझ बढ़ता है, खासकर उन लोगों पर जो रोज़ाना कामकाज के लिए हाईवे का इस्तेमाल करते हैं।

🚨 क्या बोले अधिकारी?

परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“हर साल टोल दरों में मामूली संशोधन होता है, जो मुद्रास्फीति और सड़क रखरखाव लागत पर आधारित होता है। हमारा प्रयास रहेगा कि यात्रियों पर न्यूनतम भार पड़े और उन्हें बेहतर सड़क सुविधाएं मिलें।”

🗓️ 1 अप्रैल से पहले जारी होगी दर सूची

परिवहन विभाग ने स्पष्ट किया है कि नई दरों की आधिकारिक सूची मार्च के अंत तक सार्वजनिक की जाएगी। इससे पहले वाहन मालिकों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना इस अपडेट को ध्यान में रखकर बनाएं।

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