गेम खेलते हुए 14 साल के बच्चे ने गंवा दिए डेढ़ लाख रुपये, मां के खाते से उड़ाई गई रकम!

लखनऊ: ऑनलाइन गेमिंग के चलते एक 14 वर्षीय बच्चा साइबर ठगों का शिकार बन गया। गेम खेलते-खेलते उसने अनजाने में अपनी मां की बैंकिंग जानकारी साझा कर दी, जिससे ठगों ने खाते से 1.5 लाख रुपये निकाल लिए

कैसे हुआ पूरा फ्रॉड?

जानकारी के मुताबिक, लड़का अपने मोबाइल पर एक ऑनलाइन गेम खेल रहा था, जहां उसे एक विशेष इनाम जीतने या गेम में एडवांस लेवल अनलॉक करने का लालच दिया गया। इसके लिए उसे अपने बैंक अकाउंट से लिंक किए गए डिटेल्स भरने को कहा गया। मासूम बच्चे को यह एहसास नहीं हुआ कि यह एक साइबर फ्रॉड है, और उसने बिना सोचे-समझे मां की बैंकिंग जानकारी डाल दी। कुछ ही देर में ठगों ने मां के खाते से डेढ़ लाख रुपये निकाल लिए

    🔹 पुलिस की प्राथमिक जांच:

    • पुलिस ने घर का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लिया।
    • फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया, ताकि साक्ष्य एकत्र किए जा सकें।
    • प्राथमिक जांच में किसी तरह की जबरन घुसपैठ या लूटपाट के संकेत नहीं मिले।

    जब परिवार को पता चला…

    जब खाते से मोटी रकम कटने के मैसेज आए, तो मां के होश उड़ गए। पहले उन्होंने बैंक से संपर्क किया, फिर तुरंत साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है।

    ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए क्या करें?

      ✔️ बच्चों को ऑनलाइन सतर्कता सिखाएं – उन्हें समझाएं कि किसी भी अनजान वेबसाइट या गेम में बैंक डिटेल या ओटीपी साझा न करें।

      ✔️ सिक्योरिटी फीचर्स ऑन करें – बैंकिंग ऐप्स और वॉलेट पर ट्रांजैक्शन अलर्ट और डेली लिमिट सेट करें।

      ✔️ संदिग्ध लिंक और कॉल से बचें – किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध कॉल्स से सावधान रहें।

      ✔️ फ्रॉड होने पर तुरंत एक्शन लें – बैंक और साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर तुरंत शिकायत करें।

      यह घटना साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं को दर्शाती है और यह समझने की जरूरत है कि डिजिटल दुनिया में सतर्कता ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है!

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